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भारत 2019 तक ईरान में चाबहार बंदरगाह को चालू करने का प्रयास कर रहा है: नितिन गडकरी

नई दिल्ली: नितिन गडकरी ने कल दुशांबे में कहा कि भारत 2019 तक ईरान में चाबहार बंदरगाह को चालू करने का प्रयास कर रहा है। श्री गडकरी दुशांबे स्थित भारतीय दूतावास में स्‍वामी विवेकानंद संस्‍कृति केंद्र के उद्धाटन के अवसर पर भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि चाबहार बंदरगाह चालू होने से सीआईएस देशों के लिए पहुंच आसान हो जाएगा।

      श्री गडकरी ने लोगों के जीवन में गुणात्‍मक परिवर्तन लाने के लिए पिछले चार वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि बुनियादी संरचना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। उन्‍होंने बताया कि राष्‍ट्रीय राजमार्ग 28 किलोमीटर प्रतिदिन की अप्रत्‍याशित गति से बनाए जा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र के नेतृत्‍व में भ्रष्‍टाचार मुक्‍त, पारदर्शी तथा संकल्‍पबद्ध सरकार के अंतर्गत देश तेजी से विकास कर रहा है। पिछले चार वर्षों में विदेशों में भारत की छवि और सम्‍मान में वृद्धि हुई है। कारोबारी सहजता,स्‍वच्‍छता आदि विभिन्‍न मानकों पर विश्‍व में हमारी रैंकिंग में सुधार हुआ है।

      श्री गडकरी ‘’कार्रवाई के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय दशक: सतत विकास के लिए जल’’ विषय पर वैश्विक सम्‍मेलन में भारत का नेतृत्‍व करने के लिए तजाकिस्‍तान की दो दिन की सरकारी यात्रा पर हैं। उन्‍होंने तजाकिस्‍तान के विदेश मंत्री श्री शिरोदजिदिन मुहरीद्दीन के साथ व्‍यापक विषयों पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने विभिन्‍न क्षेत्रों में जारी द्विपक्षीय सहयोग को गति देने पर बल दिया। दोनों नेताओं ने सतत जल विकास के क्षेत्र में पारस्‍परिक सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्‍यक्‍त की। श्री गडकरी ने दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के संकल्‍प के बारे में तजाकिस्‍तान के नेता को बताया और कहा कि भारत गुणवत्‍ता संपन्‍न बुनियादी संरचना निर्माण में भारत की विशेषज्ञता तजाकिस्‍तान के साथ साझा करने का इच्‍छुक है।

      दुशांबे स्थित स्‍वामी विवेकानंद संस्‍कृति केंद्र भारतीय समुदाय के लोगों तथा तजाकिस्‍तान के लोगों को हिंदी, संस्‍कृत, योग तथा संगीत और नृत्‍य जैसी कलाओं की कक्षाएं आयोजित करेगा। तजाकिस्‍तान के लोगों में इस केंद्र के प्रति दिलचस्‍पी बढ़ी है।

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