हरतालिका तीज पर शिव भक्तों की पहली पसंद हैं ये पवित्र मंदिर

हरतालिका तीज का पावन पर्व इस वर्ष 26 अगस्त 2025 को ंंमनाया जा रहा है, जिसका पारण 27 अगस्त को होगा। इस दिन विवाहित और अविवाहित महिलाएं भगवान शिव संग माता पार्वती की पूजा करती हैं। मान्यता है कि हरतालिका तीज का व्रत और पूजा करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य और अविवाहित कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। हरतालिका तीज पर कुछ जगहों पर महिलाएं निर्जला उपवास करती हैं और मिट्टी के शिव पार्वती की मूर्ति बनाकर उनका श्रृंगार और पूजन करती हैं।
हालांकि जो लोग घर पर शिव-पार्वती की प्रतिमा नहीं बना सकते हैं, वह मंदिरों में जाकर भी तीज का व्रत और पूजन कर सकते हैं। भारत में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जहां इस अवसर पर भगवान शिव और माता पार्वती के दर्शन करने जा सकते हैं। इन मंदिरों का बहुत महत्व है। अगर आप इस बार हरतालिका तीज पर किसी पवित्र यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इन प्रसिद्ध शिव मंदिरों के दर्शन अवश्य करें।
काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में काशी विश्वनाथ धाम है। यहां भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा विश्वनाथ के रूप में विराजमान है। गंगा किनारे स्थिति काशी नगरी भगवान शिव और माता पार्वती का धरती पर सबसे प्रिय स्थान माना जाता है। हरतालिका तीज पर यहां विशेष रुद्राभिषेक और भव्य आरती होती है। गंगा घाटों के दर्शन और काशी की आध्यात्मिकता इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाती है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, उज्जैन
मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है। यह एक मात्र स्थान है जहां भस्म आरती की परंपरा है। तीज के मौके पर यहां बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार दर्शन आकर्षण का केंद्र बनता है। उज्जैन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व इसे और खास बनाता है। तीज के मौके पर उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना काफी फलदायक हो सकता है।
सोमनाथ मंदिर, गुजरात
भारत का प्रथम ज्योतिर्लिंग गुजरात का सोमनाथ ज्योतिर्लिंग है। यह मंदिर समुद्र किनारे स्थित है। यहां तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है। मंदिर की ऐतिहासिक और स्थापत्य कला पर्यटकों को आकर्षित करती है। अगर गुजरात में सोमनाथ मंदिर के दर्शन का विचार है तो पास ही में द्वारिकाधीश मंदिर है, यहां भी दर्शन के लिए जा सकते हैं।
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग, नासिक
महाराष्ट्र में कई ज्योतिर्लिंग है। हालांकि तीज पर आप नासिक स्थित त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए जा सकते हैं। यहां का मंदिर परिसर ही आपको दिव्य अनुभव कराता है। इस मंदिर में लिंग स्वरूप त्रिदेव विराजमान हैं। मंदिर में भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्म के स्वरूप में त्रिमुखी हैं।
लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर
ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर जाने का विचार तो अक्सर करते होंगे लेकिन तीज के मौके पर भुवनेश्वर में स्थित लिंगराज मंदिर की यात्रा करना अद्भुत आनंद महसूस कराएगा। 11वीं शताब्दी का यह मंदिर कारीगरी और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। हरतालिका तीज पर यहां पारंपरिक उत्सव का आयोजन होता है। इसे ‘मंदिरों का शहर’ कहा जाता है, इसलिए यात्रा अनुभव और भी खास बन जाता है।