उत्तराखंड

अस्पताल की बेशर्मी; गर्भवती को नहीं किया भर्ती, रैन बसेरे में जन्मी बच्ची

हल्द्वानी  कुमाऊं के सबसे बड़े अस्पताल में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के डॉक्टरों ने एक गर्भवती महिला को भर्ती करने से मना कर दिया। जिसके बाद महिला ने रैन बसेरे में बच्ची को जन्म दिया।

हल्द्वानी के पटरानी ओखलकांडा निवासी विद्या देवी का पति उसे गर्भावस्था में डॉ सुशील तिवारी अस्पताल में भर्ती कराने ले गया। लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया गया। परेशान परिजन रैन बसेरे में ही रूक गए और करीब साढ़े सात घंटे बाद विद्या ने रैन बसेरे में ही एक बच्ची को जन्म दिया।

पीड़िता के पति ने बताया कि विद्या को अस्पताल ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस सेवा को बुलाया गया, लेकिन ढाई घंटे इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। जैसे-तैसे किराए की टैक्सी से वह अस्पताल पहुंचे। यहां भी डॉक्टरों ने सीधे ऑपरेशन करने की बात कह दी, जबकि उन्होंने नॉर्मल डिलीवरी के लिए प्रयास करने को कहा। डॉक्टरों के इन्कार करने पर वह गर्भवती को लेकर अस्पताल के रैन बसेरे में ही रूक गए, जहां विद्या की नॉर्मल डिलीवरी हो गई।

वहीं चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके पांडेय ने बताया कि महिला को लेबर पेन नहीं हो रहा था। पेट में बच्चे को दिक्कत थी। इसलिए ऑपरेशन के लिए कहा गया, लेकिन परिजन चले गए। जब बच्ची पैदा होने की जानकारी मिली तो भर्ती करा दिया गया।

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