क्या आपके पास भी हैं जयप्रकाश एसोसिएट्स के पुराने शेयर

जयप्रकाश एसोसिएट्स (JP Associates News) लिमिटेड कंपनी ने जिन कुछ लोगों के जयप्रकाश एसोसिएट्स शेयर सर्टिफिकेट (कागजी शेयर) खो गए थे या गुम हो गए थे। उन्होंने कंपनी को इसकी शिकायत की थी कि उनके शेयर के कागज गायब हैं। अब कंपनी ने सारी जांच-पड़ताल और कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली है और उन लोगों को ”डुप्लीकेट शेयर सर्टिफिकेट” की जगह Letter of Confirmation जारी कर दिया है। यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को भेजी है।
यानी अब उनके पुराने कागजी शेयर रद्द मान लिए गए हैं और नए डिजिटल/कानूनी दस्तावेज (Letter of Confirmation) दे दिए गए हैं, जिससे वे अपने शेयर बेच या ट्रांसफर कर सकते हैं। इस नोटिस में जिन लोगों के नाम हैं, उनके लिए डुप्लीकेट शेयर जारी हो गए हैं।
इस लिस्ट में किनके नाम
कुमार अजवानी
दीपिका जी. व्यास
घनश्याम सी. व्यास
अतुल सी. व्यास और त्रिवेणी सी. व्यास (त्रिवेणी का देहांत हो चुका है।)
दीपिका जी. व्यास और हीना व्यास
अदाणी ग्रुप की हुई जेपी एसोसिएट्स
अरबपति गौतम अदाणी की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज जितना जल्दी हो सके JP एसोसिएट्स को अपना बनाने में लगी है। अदाणी ग्रुप ने अब दिवालिया हो चुकी जयप्रकाश एसोसिएट्स (JAL) के लिए अपना लगभग ₹15,000 करोड़ का रेजोल्यूशन प्लान इलाहाबाद NCLT में जमा कर दिया है। यह वही प्लान है जिसे कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स (CoC) ने नवंबर में मंजूरी दी थी। अब NCLT जनवरी 2026 में इसकी आगे की सुनवाई करेगा।
Jaiprakash Associates को कितना मिला वोट?
जेपी एसोसिएट्स को ई-वोटिंग में इस प्रस्ताव को करीब 93% वोट मिले। सबसे दिलचस्प बात यह है कि NARCL (नेशनल ऐसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड) के पास ही 85.43% वोटिंग पावर है। यानि उसने हां कह दी तो मंज़ूरी तय मानी जाती थी। कुछ अन्य लेंडर्स ने वोट नहीं किया और ACRE (Yes Bank के हिस्से का कर्ज संभालने वाली संस्था) ने विरोध में वोट दिया।




