धर्म/अध्यात्म

शुक्रवार के दिन बन रहे हैं कई शुभ-अशुभ योग

हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी की आराधना व कृपा प्राप्ति के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है। यह मान्यता है कि जिस व्यक्ति को देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, उसे जीवन में धन संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। ऐसे में चलिए पंचांग से जानते हैं शुक्रवार के दिन का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

आज का पंचांग
मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि समाप्त – रात 12 बजकर 49 मिनट तक (15 नवंबर)

वैधृति योग – सुबह 6 बजकर 26 मिनट तक

करण –
वणिज – दोपहर 12 बजकर 7 मिनट तक

विष्टि – रात 12 बजकर 49 मिनट तक (15 नवंबर)

वार – शुक्रवार

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 6 बजकर 43 मिनट से

सूर्यास्त – शाम 5 बजकर 28 मिनट पर

चंद्रोदय – देर रात 2 बजकर 15 मिनट पर (15 नवंबर)

चंद्रास्त – दोपहर 2 बजकर 10 मिनट पर

सूर्य राशि – तुला

चंद्र राशि – सिंह ब्रह्म मुहूर्त 3 बजकर 51 मिनट तक (15 नवंबर)

आज के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक

अमृत काल – दोपहर 2 बजकर 29 मिनट से शाम 4 बजकर 12 मिनट तक

आज का अशुभ समय
राहुकाल – सुबह 10 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 5 मिनट तक

गुलिक काल – सुबह 8 बजकर 4 मिनट से सुबह 9 बजकर 24 मिनट तक

यमगण्ड – दोपहर 2 बजकर 47 मिनट से शाम 4 बजकर 7 मिनट तक

आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में रहेंगे।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र – रात 9 बजकर 20 मिनट तक

सामान्य विशेषताएं – विनम्रता, मेहनती स्वभाव, बुद्धिमत्ता, मददगार, उदार, ईमानदारी, बुद्धिमान, अध्ययनशील और परिश्रमी

नक्षत्र स्वामी – सूर्य देव

राशि स्वामी – सूर्य देव, बुध देव

देवता – आर्यमन (मित्रता के देवता)

गुण – राजस

प्रतीक – बिस्तर

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