उत्तराखंड

दीपोत्सव के त्योहार में हल्द्वानी की सड़कों पर क्यों छाया है अंधेरा?

दीपोत्सव के लिए हर कोई तैयारियों में जुटा है लेकिन हल्द्वानी की सड़कों और कई गलियों में अंधेरा गहरा रहा है। मुख्य मार्गों और वार्डों में स्ट्रीट लाइटें या तो खराब हैं या दिखावे के लिए लगी हैं। मुखानी चौराहा, नवाबी रोड, देवलचौड़, ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे सहित कई अन्य क्षेत्रों में में लोग अंधेरे में लौटते समय डर और परेशानी का सामना करते हैं। कई लोग टॉर्च की रोशनी के सहारे अंधेरा पार करते दिख जाते हैं।

दावे पूरे-सुविधाएं अधूरीं
नगर निगम ने निगम क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट के संचालन का जिम्मा ईईएसएल नामक कंपनी को सौंपा है। बोर्ड बैठक में पारित प्रस्ताव के तहत निगम को शहर भर में 35 हजार स्ट्रीट लाइटें थी जिसमें से अभी तक लगभग 33 हजार स्ट्रीट लाइटें ही लगाई जा सकी हैं। दो हजार लाइटें अभी भी लगाई जानी शेष रह गई हैं। दीपावली से पहले इन लाइटों का लगना असंभव लग रहा है। वार्ड तीन, छह, 10, 23, 36, 41, 45 और 60 से लगातार शिकायतें मिल रही हैं। पोल और तार की कमी के चलते कई स्थानों पर लाइटें अधूरी हैं। निगम ने सरकार से 1200 पोल और तार की मांग की है और सोलर लाइट लगाने का प्रस्ताव भी भेजा गया है।

जज फार्म : रात 10 बजे
वार्ड-52 में ए और जी ब्लाॅक की गलियों में अंधेरा पसरा है। रिहायशी इलाके में शुमार यह कालोनी आबादी से घिरी है। रात को भी यहां लोगों की आवाजाही होती है। पथ प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त न होने से विशेषकर बच्चों व बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है।

कालाढूंगी रोड : रात 10:30 बजे
कालाढूंगी रोड पर वैसे तो लालडांठ वाली सड़क का चौड़ीकरण कर दिया है लेकिन बुधवार रात 10.30 बजे स्टेट हाइवे पर लाइटें बुझी नजर आईं। वाहनों की रोशनी की वजह से यहां अंधेरा ज्यादा नहीं दिखा। लेकिन छोटे सवारी वाहनों को आवाजाही में परेशानी हो रही थी। एक कारोबारी ने बताया कि कई बार सड़क पर लावारिस पशु बैठे होते हैं तो रोशनी के अभाव में नहीं दिख पाते।

मुखानी चौराहा : 9:30
यहां लगी स्ट्रीट लाइट खराब मिली। स्थानीय दुकानदारों के अनुसार डेढ़ साल से खराब पड़ी लाइट को अभी तक सही नहीं कराया गया है। शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहे में शामिल मुखानी में रात तक वाहनों की रेलमपेल रहती है। इस लिहाज से यहां स्ट्रीट लाइटों का दुरुस्त होना आवश्यक है। नवाबी रोड चौराहे पर भी यही समस्या है। वार्ड 47 के पुलों पर लगी लाइटों के नट बोल्ट ढीले पड़ चुके हैं।

यहां भी स्थिति खराब
रामपुर रोड पर देवलचौड़ से पंचायत घर की ओर जाने वाली सड़क पर भी पथ प्रकाश का अभाव है।
देवलचौड़ चौराहे से बिड़ला स्कूल को जाने वाला मार्ग भी रात में अंधेरे से पट जाता है। कई कॉलोनियों से जुड़ा होने के कारण यह शहर का व्यस्ततम मार्ग है। तीनपानी हाईवे से गोरापड़ाव तक देर रात तक जलती हैं लेकिन सुबह चार पांच बजे के करीब बंद रहती हैं।
छड़ायल चौराहे से आरटीओ रोड पर भी रात में कभी रोशनी नहीं होती है।
पोल और तार उपलब्ध न होने के कारण कुछ स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी हैं। सरकार से 1200 पोल और तार की मांग की गई है। उपलब्ध होते ही स्ट्रीट लाइटें लगवा दी जाएंगी। निगम क्षेत्र की पतली गलियों में सरकार को सोलर लाइटें लगवाने का प्रस्ताव भेजा गया है।

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