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अमेरिका ने कोलंबिया के राष्ट्रपति को घेरा, मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ करें कार्रवाई

अमेरिका ने शुक्रवार को कोलंबिया के राष्ट्रपति पर स्थायी शांति की दिशा में हो रही प्रगति को कमजोर करने का आरोप लगाया और नसीहत दी कि उनकी सरकार “नार्को-आतंकवादी समूहों” की ओर से जारी हिंसा और मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने को प्राथमिकता दें।

अमेरिक के राजदूत माइक वाल्ट्ज ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि कोलंबिया और विश्व भर में राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो की नीतियां “स्पष्ट रूप से गैरजिम्मेदाराना और विफलता वाली हैं”, इसके कारण देश में अस्थिरता और हिंसा बढ़ी है। बीते हफ्ते अमेरिका और कोलंबिया के बीच संबंध उस समय और भी खराब हो गए जब वामपंथी नेता पेत्रो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दुनियाभर के नेताओं की वार्षिक सभा के दौरान फलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। इस विरोध प्रदर्शन के बाद अमेरिक के विदेश विभाग ने पेत्रो का वीजा रद्द कर दिया।

पेट्रो ने अमेरिका के प्रत्यर्पण अनुरोधों को अस्वीकार करके अमरेरिका को नाराज कर दिया है। कोलंबिया ने ट्रंप प्रशासन की ओर से की गई आव्रजन कार्रवाई और पड़ोसी वेनेजुएला में मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने की पहल की भी आलोचना की है।

सुरक्षा परिषद की यह बैठक ऐसे समय में हुई जब ट्रंप प्रशासन ने कैरिबियन में नावों पर अपने चौथे घातक हमले की घोषणा की। इन नावों के बारे में कहा गया कि वे नशीले पदार्थों की तस्करी कर रही थीं। पेट्रो ने अमेरिका पर “हत्या” करने का आरोप लगाया और कहा कि नावों पर कोई “नार्को-आतंकवादी” नहीं थे, बल्कि “गरीब कैरिबियाई युवा” थे। वाल्ट्ज ने इस बात पर कड़ी असहमति जताई।

अमेरिकी राजदूत ने कहा, “हाल के महीनों में, कोलंबिया सुरक्षा बलों और नागरिकों पर मादक पदार्थों के आतंकवादी समूहों की ओर से किए गए हमलों से हिल गया है।” उन्होंने आगे कहा, “इन हथियारबंद समूहों की ओर से की जा रही हिंसा और मादक पदार्थों की तस्करी, अगर अनियंत्रित छोड़ दी गई, तो फैल सकती है और कोलंबियाई लोगों, क्षेत्र के सभी लोगों और निश्चित रूप से अमेरिकियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है।”

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