जीवनशैली

आंखों में दिखने वाले ये 4 लक्षण करते हैं किडनी डैमेज का इशारा

शरीर का कोई भी अंग बीमार हो जाए, तो उसका असर दूसरे हिस्सों पर भी नजर आने लगता है। इसी तरह किडनी डैमेज के कुछ संकेत हमारी आंखों में भी नजर आ सकते हैं। दरअसल, किडनी ऐसे कई फंक्शन करती है, जिनका असर किसी न किसी तरीके से हमारी आंखों पर भी होता है।

इसलिए जब किडनी ठीक से काम करना बंद कर देती है, तो इसके कुछ लक्षण आंखों में भी दिखाई देते हैं। अगर इन लक्षणों की वक्त रहते पहचान कर ली जाए, तो समय से इलाज लेकर किडनी डैमेज को बढ़ने से रोका जा सकता है। आइए जानें किडनी डैमेज के कौन-से संकेत आंखों में नजर आते हैं।

आंखों के आस-पास सूजन
किडनी खराब होने पर शरीर से एक्स्ट्रा फ्लूएड और टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते, जिसके कारण शरीर में सूजन होने लगती है। यह सूजन अक्सर आंखों के नीचे और चेहरे पर दिखाई देती है, जिसे पेरिऑर्बिटल एडिमा कहते हैं। अगर यह सूजन लंबे समय तक बनी रहे और सुबह के समय ज्यादा नजर आए, तो यह किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है।

लाल आंखें
किडनी डैमेज होने के कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जिससे आंखों की छोटी ब्लड वेसल्स फट सकती हैं और आंखें लाल दिखाई देने लगती हैं। इसके अलावा, किडनी फेल्योर के मरीजों में एनीमिया भी हो जाती है, जिससे आंखों का सफेद हिस्सा पीला या लाल हो सकता है।

धुंधला दिखना
किडनी की बीमारी के कारण शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं, जिससे आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, डायबिटीज के मरीजों में किडनी डैमेज के साथ-साथ रेटिनोपैथी भी हो सकती है, जिससे धुंधला दिखने की समस्या होती है। अगर आपको अचानक से दिखने में परेशानी हो रही है, तो यह किडनी और आंखों से जुड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है।

आंखों में सूखापन और खुजली
किडनी की खराबी के कारण शरीर में यूरिया और अन्य टॉक्सिन्स बढ़ जाते हैं, जिससे त्वचा और आंखों में खुजली और सूखापन हो सकता है। इस कंडीशन को यूरेमिक प्रुरिटस कहते हैं। इसके अलावा, किडनी डिजीज के मरीजों में विटामिन-ए की कमी भी हो सकती है, जिससे आंखों में सूखापन और जलन महसूस होती है।

अगर ये लक्षण दिखें, तो क्या करें?
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। किडनी डिजीज का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड किया जा सकता है। साथ ही, नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच करवाएं, क्योंकि डायबिटीज और हाई बीपी किडनी डिजीज के अहम कारण हैं।

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