जीवनशैली

शरीर में होने लगी हैं ये 6 परेशानियां, तो समझ लें कम हो गया है प्रोटीन

हेल्दी रहने के लिए शरीर में सभी पोषक तत्वों का सही मात्रा में मौजूद होना जरूरी है। लेकिन अक्सर हम डाइट लेते वक्त इस बात पर ध्यान नहीं देते और इस वजह से हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। इनमें प्रोटीन भी शामिल है। जब खाने के जरिए हमारे रोज की प्रोटीन की जरूरत पूरी नहीं हो पाती, तो शरीर में इसकी कमी (Protein Deficiency) होनी शुरू हो जाती है।

प्रोटीन की कमी होने पर हमारा शरीर हमें कुछ संकेत देने लगता है। अगर वक्त पर पहचान लिया जाए, तो इस कमी को ज्यादा नुकसान होने से पहले पूरा किया जा सकता है। आइए जानें शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर कैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

प्रोटीन की कमी के संकेत कैसे होते हैं?
कमजोर और टूटते नाखून- नाखूनों का कमजोर होना, उनका आसानी से टूटना या सफेद धब्बे दिखाई देना प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकता है। नाखून केराटिन नाम के प्रोटीन से बने होते हैं, और इसकी कमी से वे कमजोर हो जाते हैं और आसानी से टूटने लगते हैं।
बालों का पतला होना और झड़ना- बालों में भी केराटिन प्रोटीन होता है। इसलिए प्रोटीन की कमी होने पर बाल पतले, रूखे और कमजोर हो जाते हैं, जिससे वे ज्यादा झड़ने लगते हैं।
मांसपेशियों में कमजोरी- प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए जरूरी है। इसकी कमी से मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, शारीरिक थकान बढ़ती है और शरीर का सही आकार बनाए रखने में दिक्कत होती है।
ज्यादा भूख लगना- घ्रेलिन और लेप्टिन हार्मोन भूख और वजन मेंटेन करने के लिए जरूरी होते हैं और इन हार्मोन को बनाने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है। इसलिए जब शरीर में प्रोटीन कम हो जाता है, तो ये हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं और बार-बार भूख लगने लगती है। खासकर मीठा या जंक फूड खाने की इच्छा बढ़ जाती है।
हड्डियों का कमजोर होना- हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए केवल कैल्शियम ही नहीं, बल्कि प्रोटीन भी बेहद जरूरी है। प्रोटीन की कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है।
त्वचा में सूजन- प्रोटीन की कमी से शरीर में फ्लूड का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे त्वचा के नीचे सूजन (खासकर पैरों और चेहरे पर) दिखाई दे सकती है। इसे एडिमा कहते हैं।

प्रोटीन की कमी को कैसे दूर करें?
प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में प्रोटीन से भरपूर फूड आइटम्स को शामिल करना चाहिए, जैसे-

अंडे, दूध, दही, पनीर (डेयरी प्रोडक्ट्स)
दालें, राजमा, चना, सोयाबीन (प्लांट-बेस्ड प्रोटीन)
चिकन, मछली, अंडे (एनिमल-बेस्ड प्रोटीन)
नट्स और बीज (बादाम, अखरोट, कद्दू के बीज)

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