उत्तराखंड

धनतेरस आज, बाजारों में खूब हो रही धन की वर्षा

देहरादून : धनतेरस के साथ मंगलवार को पांच दिवसीय दीपोत्सव शुरू हो गया है। धनतेरस खरीददारी के लिए बेहद शुभ माना जाता है तो बाजार में जमकर धनवर्षा हो रही है। हर सेक्टर में आज के लिए विशेष तैयारी की गई है। वहीं, सोमवार को भी बाजार पैक रहे। सुबह से ही शहर के पलटन बाजार, धामावाला, सर्राफा बाजार समेत तमाम बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी थी और देर रात तक रौनक बनी रही।

सड़कों पर उतरेंगे आठ हजार नए वाहन 

ऑटोमोबाइल सेक्टर में लोग पहले से ही धनतेरस के दिन वाहन खरीदने की बुकिंग कराने लगे थे। सोमवार को चौपहिया और दोपहिया वाहनों के शोरूम में लोगों की खासी आमद रही। उम्मीद है कि इस बार आठ हजार से ज्यादा नए वाहन सड़कों पर उतरेंगे। देहरादून में बाइकों और कारों के दो दर्जन से ज्यादा शोरूम हैं। दोपहिया वाहनों के एक शोरूम पर अभी तक औसतन 200 बुकिंग हो चुकी है। वहीं, कारों के शोरूम में औसतन करीब 25 से 40 कारों की बुकिंग है। सानवी ऑटोमोबाइल्स के महाप्रबंधक ओमप्रकाश ने बताया कि करीब 200 से ज्यादा बाइकों की बुकिंग हो चुकी है और देर रात तक यह आंकड़ा और बढ़ेगा। मंगलवार को करीब 500 बाइकों की बिक्री का अनुमान है।

ट्रस्ट ऑटो के तरुण कुमार ने बताया कि सोमवार शाम तक 180 बाइकों-स्कूटी बुक हो चुकी हैं। फ्यूचर ऑटो के अर्चित गोयल ने बताया कि करीब 70 कारों की बुकिंग हो चुकी है।

इनकी भी हो रही बंपर बिक्री 

धनतेरस पर सबसे ज्यादा बिक्री बर्तनों की होती है। बर्तन सभी के बजट में होते हैं और इस दिन कुछ नया खरीदनी की परंपरा भी पूरी हो जाती है। इसके अलावा घरेलू जरूरत का सामान माइक्रोवेव ओवन, इंडक्शन कुकर, टोस्टर, कुर्सियां, इलेक्ट्रिक केटल, फर्नीचर आदि की खरीदारी हो रही है।

सर्राफा व्यापारियों को उम्मीदें 

धनतेरस से सर्राफा व्यापारियों को भी काफी उम्मीदें हैं। इसी के चलते उन्होंने खासी तैयारी की है। लोगों का ब्रांडेड ज्वैलरी खरीदने पर ज्यादा जोर है। सर्राफा मंडल देहरादून के अध्यक्ष सुनील मैसोन ने बताया कि अच्छे कारोबार की संभावना है। लोगों ने प्री-बुकिंग भी कराई है। ब्रांडेड शोरूम के साथ ही अन्य दुकानों पर भी ग्राहकों के लिए कई तरह की स्कीम भी रखी गई है। स्वर्णकार संघ के जिलाध्यक्ष पंकज मैसोन ने बताया कि ज्वैलरी में नए-नए डिजाइन उपलब्ध हैं।

ऐसे करें पूजन 

आचार्य संतोष खंडूड़ी ने बताया कि शाम को एक पात्र में मिट्टी के दीये को रखकर उसमें तिल भरें और फिर दीप प्रज्वलित करें। दीये को दक्षिण दिशा में रखकर पवित्र मन से दीपदान करें। इससे यमराज प्रसन्न होते हैं। फिर, मिट्टी के गणेश जी के साथ भगवान कुबेर धनवंतरी की मूर्ति को स्थापित करें। शुभ मुहूूर्त में भगवान कुबेर और धनवंतरी को खीर का भोग लगाएं। पुष्प, अबीर, गुलाल, रोली अर्पण करें। साथ ही अखंड दीपक को घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर रखें।

पूजन का शुभ मुहूर्त 

वृष लग्न पर छह बजकर 57 मिनट से 49 मिनट तक

भगवान धनवंतरी का प्रकटोत्सव है धनतेरस 

आचार्य सुशांत राज ने बताया कि शास्त्रों में वर्णित कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रियोदशी के दिन भगवान धनवंतरी अपने हाथों में अमृत का क्लश लेकर प्रकट हुए। मान्यता है कि भगवान धनवंतरी विष्णु के अंशावतार हैं। संसार में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए भगवान विष्णु ने धनवंतरी का अवतार लिया था। भगवान धनवंतरी के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।

इस मंत्र का करें जाप 

‘देवान कृशान सुरसंघनि पीडितांगान, दृष्ट्वा दयालुर मृतं विपरीतु काम:

पायोधि मंथन विधौ प्रकटौ भवधो, धन्वन्तरि भगवानवतात सदा न: ओम धन्वन्तरि देवाय नम: ध्यानार्थे अक्षत पुष्पाणि समर्पयामि’।

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