पर्यटन

अरबों साल पुराने हैं बार्बरटन मखोनज्वा पर्वत, एक-एक पत्थर करता है धरती की शुरुआती कहानी बयां

दुनिया के ज्यादातर पहाड़ अपनी उम्र का अंदाजा ढलान और मौसम की मार से देते हैं, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के Barberton Makhonjwa Mountains की उम्र “अरबों साल” है। यह जगह सिर्फ एक माउंटेन रेंज नहीं, बल्कि धरती के शुरुआती दिनों की एक खुली किताब है, जहां खड़े होकर लगता है जैसे समय पीछे चला गया हो।

इन पहाड़ की चोटियों से दुनिया के सबसे खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं, जिसके कारण पर्यटक इन पहाड़ों की ओर काफी समय से आकर्षित होते आए हैं। लेकिन इससे भी खूबसूरत इन पहाड़ों का इतिहास है, जो धरती पर अरबों साल पुराना है। आइए जानें इस बारे में।

क्यों खास हैं बार्बरटन मखोनज्वा पर्वत?
ये पहाड़ लगभग 3.6 अरब साल पुराने हैं। जी हां, इन पहाड़ों की उम्र इतनी ही है! ये पहाड़ धरती पर उस समय से हैं, जब धरती पूरी तरह ठंडी भी नहीं हुई ती और जीवन के सबसे शुरुआत जीव रूप ले रहे थे। यहां की चट्टानें आज भी वैसी ही सुरक्षित हैं, जो धरती की बरसों पुरानी गाथा को बयां करते हैं। मानो किसी ने धरती की डायरी को अच्छी तरह संभालकर रख दिया हो।

इस पर्वत शृंखला की खासियत क्या है?
ये दुनिया की सबसे पुरानी बची हुई चट्टानों में शामिल हैं
साल 2018 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया था
बारबेर्टन ग्रीन बेल्ट का लगभग 113,000 हेक्टेयर से भी ज्यादा क्षेत्र प्रोटेक्टेड जोन में आता है
इस बेल्ट में 154 महत्वपूर्ण जियो-साइट्स हैं
यहां मिलने वाला ‘Komatiite’, एक ऐसा ज्वालामुखी पत्थर जो आज बनने बंद हो चुका है


समय की मार से ये पहाड़ बचे कैसे?
धरती पर जीवन की शुरुआत से पहले ये पहाड़ मौजूद हैं। ऐसे में अरबों साल बाद भी इन चट्टानों का बचा रहना किसी चमत्कार से कम नहीं हैं। Barberton की खास “नेचुरल प्रोटेक्शन लेयर” ने इसे अरबों सालों से बचाए रखा।

यह संरक्षण तीन परतों का ‘सैंडविच’ जैसा है-

अंदर- प्राचीन ज्वालामुखीय और अवसादी चट्टानें
बीच में- मोटी ग्रेनाइट की दीवारें
ऊपर- नई अवसादी चट्टानें
इन परतों ने मिलकर इन प्राचीन चट्टानों को गर्मी, दबाव और कटाव से बचाए रखा।

इन पहाड़ों की खासियत क्या है?
Barberton एक जीता-जागता जियोलॉजिकल म्यूजियम है, जिसकी चट्टानें कई कहानियां कहती हैं-

शुरुआती महाद्वीप कैसे बने- यहां की चट्टानें दिखाती हैं कि आधुनिक प्लेट टेक्टॉनिक्स से पहले धरती कैसे विकसित हुई।
समुद्र और वातावरण कैसा था- यहां के रासायनिक निशान बताते हैं कि अरबों साल पहले समुद्र में क्या घुला हुआ था और हवा में क्या था, जब ऑक्सीजन भी मौजूद नहीं थी।
उल्कापिंडों और ज्वालामुखियों का प्रभाव- यहां के लेयर्स में उल्कापिंडों के टकराव और धरती की सबसे गर्म लावा फ्लो के निशान आज भी देखे जा सकते हैं।
शुरुआती जीवन के प्रमाण- माइक्रोस्कोपिक जीवन के कुछ सबसे पुराने सबूत यहीं मिले हैं।
Barberton के Komatiite रॉक बेहद खास हैं। ये धरती के शुरुआती बेहद गर्म मैग्मा से बने थे। आज धरती इतनी ठंडी हो चुकी है कि ऐसा मैग्मा बन ही नहीं सकता।

Barberton क्यों जाएं?
यह जगह कोई साधारण माउंटेन डेस्टिनेशन नहीं है। यह शांत, कम भीड़ वाली और बेहद खूबसूरत जगह है। यह जगह उन लोगों के लिए परफेक्ट है, जो प्रकृति, साइंस और इतिहास का अनोखा मिश्रण पसंद करते हैं।

भारत से Barberton कैसे पहुंचें?
Barberton जाना उतना मुश्किल नहीं जितना लगता है। बस सही रूट प्लान करें।

भारत से जोहांसबर्ग तक फ्लाइट-
मुंबई से डायरेक्ट फ्लाइटें
दिल्ली से मिडिल-ईस्ट के जरिए कनेक्टिंग फ्लाइटें
जोहांसबर्ग से Mpumalanga- Kruger Mpumalanga International Airport तक डोमेस्टिक फ्लाइट


एयरपोर्ट से Barberton
Barberton शहर एयरपोर्ट से लगभग 1 घंटे की ड्राइव पर है
सड़के आसान और साफ, नेविगेट करना बिल्कुल आसान
लोकल टूर ऑपरेटर जियोलॉजिकल टूर भी कराते हैं


यहां जाकर क्या करें?
एक ट्रेंड जियोलॉजिकल गाइड जरूर हायर करें।
प्राचीन Komatiite रॉक, पुराने ज्वालामुखीय लेयर्स और माइक्रोबियल स्ट्रक्चर्स देखें
धीमी गति की यात्रा का आनंद लें। यह तेजी से घूमकर खत्म कर देने वाली जगह नहीं है

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