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लड़ाकू विमानों की बढ़ेगी मारक क्षमता, ग्लाइड बम से होंगे लैस; DRDO में चल रहा काम

भारतीय वायुसेना उन्नत स्वदेशी स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन (एसएएडब्ल्यू) हासिल करने की तैयारी में है। इस ग्लाइड बम से सुखोई-30 एमकेआइ समेत पूरे लड़ाकू विमानों के बेड़े को लैस किया जाएगा, जिससे इन विमानों की मारक क्षमता और बढ़ जाएगी।

एसएएडब्ल्यू की मारक क्षमता 100 किलोमीटर

डीआरडीओ द्वारा विकसित एसएएडब्ल्यू 120 किलोग्राम वजनी यह बम एक स्मार्ट हथियार है। इसकी मारक क्षमता 100 किलोमीटर है। यह हवा से जमीन पर अपने लक्ष्य को सटीकता के साथ निशाना बनाने में सक्षम है। यह हल्का और उच्च सटीकता वाला निर्देशित बम विश्वस्तरीय हथियार प्रणालियों में से एक है।

सूत्रों के अनुसार, वायुसेना के एसएएडब्ल्यू एयर-लांच ग्लाइड बम के सेटेलाइट-गाइडेड वर्जन को हासिल करने के प्रस्ताव पर जल्द ही रक्षा मंत्रालय द्वारा चर्चा की उम्मीद है। यह हथियार पाकिस्तान में बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान उपयोग में लाए गए हथियारों के समान है।

वायुसेना लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार प्रणालियों के लिए कर रही काम

इस प्रस्ताव पर चर्चा ऐसे समय होने जा रही है, जब वायुसेना लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार प्रणालियों को प्राप्त करने में जुटी है और उसे पिछले महीने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने में बड़ी सफलता मिली थी।

एसएएडब्ल्यू को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआइ) हैदाराबाद द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। इस हथियार को जमीन पर दुश्मन के एयरफील्ड की संपत्तियों जैसे रडार, बंकर, टैक्सी ट्रैक्स और रनवे आदि को निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया है।

रक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में एआइ के प्रभाव पर संसदीय समिति करेगी चर्चा

रक्षा एवं आंतरिक सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में एआइ के बढ़ते प्रभाव पर इस महीने के अंत में होने वाली संसदीय समिति की बैठक में चर्चा होगी। बैठक में गृह, रक्षा, ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों के केंद्रीय सचिवों के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति के उपस्थित होने की संभावना है। बैठक 26 जून को होने वाली है। बैठक के एजेंडे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के उद्भव का प्रभाव और संबंधित मुद्दे शामिल हैं।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे है इस समिति के अध्यक्ष

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एआइ अब तकनीकी नवाचार के मामले में सबसे आगे है और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की अध्यक्षता वाली समिति को वरिष्ठ सरकारी अधिकारी विभिन्न क्षेत्रों में इसकी भूमिका के बारे में जानकारी देंगे। सूत्रों ने बताया कि उन्हें भारत की प्रगति और भविष्य की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

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