उत्तराखंड

किडनी देने के नाम पर महिला ठग गिरफ्तार

विकासनगर। कोलकाता निवासी एक व्यक्ति से किडनी के नाम पर तीन लाख रुपये ठगने और दो लाख रुपये चुराने के मामले पुलिस ने सेलाकुई निवासी एक महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी से पुलिस ने एक लाख 38 हजार की नगदी बरामद की है। पुलिस महिला को ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता ले गयी है।
आरोपी महिला के खिलाफ कोलकाता के सैक्सपियर थाने में चोरी, चार सौ बीसी सहित विभिन्न अपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज है। 11 जनवरी कोलकाता निवासी केया यादव ने सैक्सपियर थाना कोलकाता में एफआईआर दर्ज कराई की स्वाति चौहान पत्नी मुकेश चौहान निवासी प्रगति विहार जमनपुर सेलाकुई जिला देहरादून की मुलाकात उससे एक एजेंट के माध्यम से कोलकाता के एक आश्रम में हुई। केया यादव ने बताया कि उसकी किडनी खराब हैं। स्वाति चौहान से उसका पांच लाख में किडनी का सौदा तय हुआ। जिसके बाद स्वाति कानूनी औपचारिकतायें पूरी करने उत्तराखंड लौट गयी। बताया कि सौदे के तहत 9 जनवरी को स्वाति चौहान तमाम औपचारिकतायें पूरी करने के बाद वेलव्यू अस्पताल कोलकाता पहुंची। जहां तय सौदे के मुताबिक केया यादव ने तीन लाख रुपये एडवांस के तौर पर स्वाति को दिए। जिसके बाद स्वाति को अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती कराया गया। लेकिन रात को स्वाति चौहान केया यादव के कमरे में रखी दो लाख रुपये की नगदी चुराकर बिना किडनी ट्रांसप्लांट किये वापस उत्तराखंड अपने घर फरार हो गयी। केया यादव की तहरीर पर आरोपी स्वाति चौहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोलकाता पुलिस की एक टीम शनिवार को सहसपुर थाने पहुंची। सहसपुर पुलिस की मदद से कोलकाता पुलिस की टीम ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। एसओ सहसपुर नरेश कुमार राठौड़ ने बताया कि आरोपी महिला से धोखाधड़ी के एक लाख 38 हजार रुपये पुलिस ने बरामद किये हैं। बताया कि आरोपी महिला ने बताया कि बाकी से उसने कर्जे के चुकाए। बताया कि महिला को कोर्ट में पेश कर उसका ट्रांजिट रिमांड लेकर कोलकाता पुलिस अपने साथ ले गयी है।कर्ज चुकाने के लिए की स्वाति चौहान ने की धोखधड़ी स्वाति चौहान ने पुलिस को बताया कि उनके ऊपर 25 लाख रुपये कर्ज है। कर्ज चुकाने के लिए उसने और उसके पति ने किडनी बेचने की योजना बनाई। स्वाति चौहान ने बताया कि वे ऑन लाइन किडनी खरीदने वालों के बारे में रोज जानकारी लेते रहे। जिसमें उन्हे एक एजेंट मिला। उसके माध्यम से उनकी मुलाकात कोलकत्ता के केया यादव से हुई। केया यादव को किडनी की जरूरत थी। जिसके साथ पांच लाख में सौदा तय हुआ।रुपए मिल गए तो बिना किडनी दिए भाग आईस्वाति चौहान ने पुलिस को बताया कि वेलव्यू अस्पताल कोलकाता में जब केया यादव से किडनी के पांच लाख रुपये मिल गये तब रात को अस्पताल में भर्ती के दौरान उसको रुपयों का लालच आ गया। सोचा रुपये मिल गये तो बिना किडनी दिए वापस क्यों न घर लौट जाऊं। इसी लालच में मौका पाकर रुपये लेकर वह वापस आ गयी।
केया ने सरकार से अनुमति के लिए केया को बताया रिश्तेदार: स्वाति चौहान काफी शातिर किस्म की महिला है। किडनी देने के लिए किडनी दाता और लेने वाले के बीच खून का रिश्ता होना जरूरी है। यदि खून का रिश्ता नहीं है तो मानवीयता के आधार पर किडनी दान की जा सकती है। इसके लिए राज्य सरकार की अनुमति जरूरी है। स्वाति चौहान ने सरकार की अनुमति लेने के लिए सरकार को गलत दस्तावेज देकर व गुमराह कर सारी कानूनी औपचारिकतायें पूरी कीं। स्वाति चौहान ने सरकार को बताया कि केया यादव उसका नजदीकी रिश्तेदार है। जिसे वह मानवीयता के आधार पर अपनी किडनी दान देना चाहती है। इससे स्वाति चौहान को किडनी देने के लिए स्वीकृति मिल गयी। पुलिस अब इन सारे दस्तावेजों को खंगालकर कब्जे में ले रही है।

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