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हेल्थ टिप्स: पेट की वसा से गठिया का इलाज करना संभव होगा, जानिए कैसे

आर्थराइटिस का इलाज अब मरीज के पेट में मौजूद वसा से होगा। शोधकर्ताओं के मुताबिक पेट में मौजूद वसा कोशिकाएं घुटने का दर्द दूर करने में सहायक होंगी। इंटरनेशनल कार्टिलेज रिपेयर सोसायटी में शोधकर्ताओं ने आर्थराइटिस (गठिया) के इलाज का यह नया तरीका पेश किया है।

पोलैंड की शोधकर्ता कोनार्ड स्लेनारस्की ने कहा, पेट में मौजूद वसा की कोशिकाओं को घुटने के जोड़ों के बीच प्रत्यारोपित करने से दर्द धीरे-धीरे ठीक होता है। 20 मरीजों पर परीक्षण कारगर साबित हुआ है उन्हें दोबारा किसी दवा या व्यायाम की जरूरत नहीं पड़ी।

जोड़ों की नरम हड्डियां होती हैं मजबूत 

हार्ले स्ट्रीट लंदन में ऑर्थोपेडिक सर्जन आद्रीयान विल्सन ने कहा, पेट में वसा कोशिकाएं जोड़ों के बीच नरम हड्डियों को मजबूत बनाती हैं। इसके इस्तेमाल से जोड़ों की कोशिकाओं में 100 फीसदी तेजी से सुधार होता है।

एक दिन में इलाज : स्लेनारस्की के मुताबिक इलाज का यह तरीका सस्ता भी है। वसा कोशिकाओं के प्रत्यारोपण में एक दिन लगते हैं और मरीज को उसी दिन अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है और वह उसी दिन काम पर भी जा सकता है।

घुटने का क्षतिग्रस्त कॉर्टिलेज

एक विशेष यंत्र से मरीज के पेट से वसा कोशिकाएं निकाली जाती हैं। वसा कोशिकाओं को एक डिब्बे में सेलाइन के साथ मिलाया जाता है, फिर वसा कोशिकाओं से ‘पेरीसाइट’ कोशिकाएं अलग की जाती हैं। पेरीसाइट कोशिकाएं घुटनों के जोड़ों के बीच प्रत्यारोपित होता है जिससे जोड़ों की नरम हड्डियों का सूजन घटता है।

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