उत्तराखंड: सीएम धामी ने टनकपुर में ‘आदर्श चंपावत’ के लोगो का अनावरण किया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को टनकपुर में आयोजित सहकारी मेले के दौरान ‘आदर्श चंपावत’ के लोगो का औपचारिक अनावरण किया, मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री धामी की दूरदर्शिता और दूरदर्शिता से प्रेरित यह लोगो, चंपावत को सुशासन, सतत विकास, जनभागीदारी और पर्यावरण संतुलन पर आधारित एक ‘आदर्श जिले’ में बदलने के सामूहिक प्रयास का प्रतीक है।
ऐतिहासिक मंदिर का प्रतीक: लोगो के केंद्र में एक मंदिर है, जो चंपावत की प्राचीन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। यह संदेश देता है कि आस्था, परंपरा और गौरवशाली अतीत सदैव हमारी प्रगति की यात्रा का आधार रहेंगे।
हरियाली और पहाड़ी पृष्ठभूमि: हरियाली और पहाड़ी पृष्ठभूमि क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और पारिस्थितिक समृद्धि को दर्शाती है। यह दर्शाता है कि ‘आदर्श चंपावत’ का विकास टिकाऊ, पर्यावरण के अनुकूल और प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने वाला होगा।
गियर (यांत्रिक पहिए): ये गियर जिले के बढ़ते औद्योगिक और तकनीकी नवाचार का प्रतीक हैं। ये न केवल विकास के पारंपरिक रूपों पर बल्कि रोज़गार, स्टार्टअप, उद्यमिता और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने पर भी सरकार के ध्यान को दर्शाते हैं।
नदी में युवा राफ्टिंग: यह दृश्य साहसिक पर्यटन, युवा सशक्तिकरण और खेल भावना का प्रतीक है। यह मुख्यमंत्री धामी के युवा शक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करने और इस प्रकार एक आत्मनिर्भर चंपावत के निर्माण के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
दोनों ओर खिले फूल: ये फूल सुंदरता, शांति, संतुलन और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक हैं। ये दर्शाते हैं कि विकास तभी सही मायने में “आदर्श” बनता है जब वह संवेदनशील, समावेशी और मानवीय मूल्यों पर आधारित हो।
सीमा के आसपास ऐपण कला: लोगो के बाहरी किनारे पर ऐपण आकृतियाँ चंपावत की समृद्ध लोक संस्कृति और पारंपरिक शिल्प कौशल का प्रतिनिधित्व करती हैं। ये दर्शाती हैं कि ‘आदर्श चंपावत’ का असली सार इसकी सांस्कृतिक जड़ों और जीवंत लोक परंपराओं की जीवंतता में निहित है।

