व्यापार

बढ़त के साथ खुला भारतीय शेयर बाजार, सेंसेक्स 464 अंक चढ़ा

मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस और भारती एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा, कारोबारियों ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर आशावाद से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला।

शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 464.66 अंक यानी 0.55 प्रतिशत बढ़कर 84,335.98 अंक पर पहुंच गया। 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 134.70 अंक यानी 0.52 प्रतिशत बढ़कर 25,829.65 अंक पर पहुंच गया।

सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इटरनल, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अल्ट्राटेक सीमेंट लाभ में रहीं। वहीं भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति सुजुकी इंडिया, एशियन पेंट्स, आईटीसी, सन फार्मास्यूटिकल्स और ट्रेंट लिमिटेड पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे।

इन कारणों से बाजार में दिखी तेजी
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के जल्द ही अंतिम रूप लेने की खबर और एग्जिट पोल में बिहार में एनडीए की निर्णायक जीत के संकेत मिलने से बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है। इससे बाजार में तेजी तो आएगी, लेकिन यह बाजार में निर्णायक बढ़त और लगातार तेजी के लिए पर्याप्त नहीं है।

उन्होंने कहा कि मौजूदा रुझानों को देखते हुए, एफआईआई द्वारा उच्च स्तरों पर फिर से बिकवाली की संभावना है। जब तक एआई ट्रेड जारी रहेगा, एफआईआई के पैसे की निरंतर वापसी की संभावना कम ही दिखती है। विजयकुमार ने कहा कि मौलिक दृष्टिकोण से, आशावाद की गुंजाइश है क्योंकि जीडीपी वृद्धि मजबूत है और वित्त वर्ष 27 के लिए आय वृद्धि उज्ज्वल दिखाई देती है। वित्तीय, उपभोग और रक्षा शेयरों में तेजी के अगले चरण का नेतृत्व करने की क्षमता है।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा कि मंगलवार को निफ्टी ने जोरदार वापसी की। बिहार के एग्जिट पोल में भाजपा-जद(यू) की भारी जीत, अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर आशावाद, फेड की ब्याज दरों में संभावित कटौती और अमेरिकी शटडाउन के खत्म होने की उम्मीदों से बाजार में तेजी का रुख रहा। हालांकि बाजार में उत्साह है, लेकिन दिल्ली बम विस्फोट और एफआईआई द्वारा 803 करोड़ रुपये की बिकवाली को लेकर चिंता बनी हुई है।

एशियाई बाजारों में रहा मिला-जुला रुख
व्यापक एशियाई शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि जापान का निक्केई 225 और शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक नकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार रात भर के सौदों में काफी हद तक बढ़त के साथ बंद हुए।

ब्रेंट क्रूड का भाव घटकर 65.01 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.23 प्रतिशत घटकर 65.01 डॉलर प्रति बैरल रह गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 803.22 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,188.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
मंगलवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 335.97 अंक उछलकर 83,871.32 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 120.60 अंक चढ़कर 25,694.95 पर बंद हुआ।

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