राजनीति

कर्नाटक धर्मस्थल मंदिर विवाद में एनआईए जांच की मांग

कर्नाटक में धर्मस्थल मंदिर मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा ने राज्य की कांग्रेस सरकार से मांग की है कि मंगलुरु जिले में स्थित धर्मस्थल मंदिर से जुड़े विवाद की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी जाए ताकि उन साजिशकर्ताओं और विदेशी ताकतों का पर्दाफाश हो सके, जो इस पूरे विवाद के पीछे बताए जा रहे हैं।

मंदिर के खिलाफ दुष्प्रचार की निंदा करते हुए प्रदेश भाजपा ने हिंदू समुदाय से एक सितंबर को ‘धर्मस्थल चलो’ अभियान में भाग लेने का आह्वान किया है। उधर, सत्तारूढ़ कांग्रेस ने विपक्षी भाजपा की मांग को खारिज करते हुए इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करने का अनुरोध किया।

कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा- एनआईए जांच की जरूरत नहीं
गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा कि एनआइए जांच की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि एसआइटी इस मामले की जांच में सक्षम है। बेंगलुरु स्थित राज्य भाजपा कार्यालय जगन्नाथ भवन में मीडिया से बात करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और विधायक बीवाई विजयेंद्र ने सरकार से मांग की है कि इसकी जांच एनआइए को सौंपी जाए।

क्या है आरोप?
पार्टी का आरोप है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की शिकायत नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश है, जिसका मकसद धर्मस्थल मंदिर और हिंदू भावनाओं को निशाना बनाना है। उन्होंने कहा, ”मैं सभी हिंदुओं और सभी समुदायों के लोगों, महिलाओं और युवाओं से लाखों की संख्या में आकर इस अभियान में भाग लेने का आग्रह करता हूं। यह एक गैर-राजनीतिक कार्यक्रम है और धर्मस्थल के सम्मान एवं पवित्रता को बहाल करने के लिए किया जा रहा है।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button