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अमेरिका के लिए अब मैक्सिको ने भी लगाई डाक सेवा पर अस्थायी रोक

मैक्सिको ने बुधवार को कहा कि वह अस्थायी रूप से अमेरिका को अपने डाक पार्सल भेजना बंद कर रहा है। यह फैसला अमेरिका में कम मूल्य वाले पार्सल पर लगने वाले कर की छूट खत्म होने से पहले लिया गया है, जिसे डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन खत्म करने जा रहा है। इससे पहले यूरोपीय संघ और कुछ अन्य देशों की डाक सेवाओं ने भी ऐसे ही कदम उठा हैं। वह भी अमेरिका के इस नए नियम को लेकर स्पष्ट स्थिति का इंतजार कर रही हैं।

कल खत्म हो रही ‘डी मिनिमिस’ छूट
यह फैसला उस समय आया है, जब मैक्सिको और ट्रंप प्रशासन के बीच बीते कई महीनों से वार्ता जारी है, ताकि व्यापक टैरिफ से बचा जा सके। यह ‘डी मिनिमिस’ छूट के नाम से जानी जाती है, जिसके तहत 800 अमेरिकी डॉलर से कम कीमत वाले पार्सल अमेरिका में बिना टैरिफ के भेजे जा सकते हैं। यह छूट शुक्रवार को खत्म हो रही है। अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग के मुताबिक, 2024 में इस छूट के तहत कुल 1.36 अरब पार्सल भेजे गए ते, जिनकी कीमत 64.6 अरब डॉलर थी।

अमेरिकी अधिकारियों से बात कर रहा मैक्सिको
मैक्सिको सरकार ने कहा कि उसकी डाक सेवा ‘कोरियोज डी मेक्सिको’ बुधवार से अमेरिका को पार्सल भेजने की सेवा अस्थायी रूप से रोक रही है। सरकार के बयान में कहा गया, मैक्सिको अमेरिकी अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय डाक संगठनों से बातचीत कर रहा है, ताकि सेवाओं को व्यवस्थित तरीके से दोबारा बहाल किया जा सके, जिससे उपभोक्ताओं का भरोसा बना रहे और वस्तुओं की डिलीवरी में बाधा न आए। इस घोषणा के साथ ही मैक्सिको भी ऑस्ट्रेलिया, जापान समेत उन देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने अमेरिका को पार्सल भेजने की सेवाओं को रोक दिया है, क्योंकि नए आयात कर को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

पत्र नहीं भेज पाए लोग
युनुएथ हर्नांदेज बुधवार को अपने दो बच्चों को लेकर डाकघर आई थीं, ताकि वह अमेरिका में रहने वाले एक रिश्तेदार को पत्र भेज सकें। वह अपने बच्चों को यह दिखाना चाहती थीं कि पहले लोग कैसे संपर्क करते थे, जब ईमेल और इंटरनेट नहीं हुआ करता था। लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से हम चिट्ठी नहीं भेज पाए, क्योंकि वहां बताया गया कि टैरिफ के कारण अमेरिका को भेजी जाने वाली डाक सेवा रोक दी गई है। डाकघर के बाहर एक महिला रो रही थी क्योंकि वह अपने बॉयफ्रेंड को अमेरिका में दस पन्नों की चिट्ठी और कुछ तस्वीरें नहीं भे पाईं।

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