जीवनशैली

डायबिटीज से लेकर इन परेशानियों में लाभदायक है सदाबहार के फूल

सदाबहार का पौधा पूरे साल फूलों से लदा रहता है। इसके गुलाबी और सफेद रंग के फूल देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं। लेकिन ये जितने खूबसूरत होते हैं सेहत के लिए उससे भी ज्यादा फायदेमंद (Sadabahar Benefits) होते हैं। जी हां सदाबहार के फूल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

सदाबहार का पौधा तो आपने देखा ही होगा। यह पूरे साल खिला रहता है। इसलिए इसे सदाबहार कहा जाता है। सफेद या गुलाबी रंग के फूलों वाला ये पौधा न सिर्फ आपके बगीचे की शोभा बढ़ाता है, बल्कि आयुर्वेद में भी इसका खास महत्व है। जी हां, सदाबहार के फूल सेहत के लिए काफी फायदेमंद (Sadabahar Health Benefits) होते हैं।

आइए जानें सदाबहार के फूल सेहत के लिए कैसे फायदेमंद (Periwinkle Benefits) हो सकते हैं और इनका इस्तेमाल करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार
सदाबहार के फूलों का इस्तेमाल डायबिटीज के इलाज में किया जाता है। इसमें मौजूद एल्कलॉइड्स शरीर में इंसुलिन के लेवल को बैलेंस करने में मदद करते हैं। इसलिए इसके फूलों को चबाने से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है।

एंटी-कैंसर गुण
सदाबहार के पौधे में कुछ ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकते हैं। इन फूलों से कैंसर का रिस्क कम होता है। हालांकि, इसे कैंसर का इलाज बिल्कुल न समझें और न ही ये रिस्क को बिल्कुल कम करता है।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल
सदाबहार के फूलों का अर्क हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। यह ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।

घाव भरने और त्वचा रोगों में फायदेमंद
इसके फूलों और पत्तियों का पेस्ट घाव, फोड़े-फुंसी और एक्जिमा जैसी त्वचा समस्याओं पर लगाया जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इन्फेक्शन से बचाव करते हैं।

पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक
सदाबहार के फूलों का काढ़ा पेट की समस्याओं जैसे गैस, अपच और कब्ज में राहत देता है। यह डाइजेस्टिव एंजाइम्स को एक्टिव करके खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है।

मेंटल स्ट्रेस और इनसोम्निया में आराम
इसकी सुगंध मन को शांत करती है और तनाव को कम करने में मदद करती है। कुछ लोग सदाबहार के फूलों का तेल अरोमाथेरेपी में भी इस्तेमाल करते हैं, जो इनसोम्निया को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है।

मलेरिया और बुखार में लाभकारी
सदाबहार के पत्तों और फूलों का उपयोग मलेरिया और डेंगू जैसे बुखार के इलाज में किया जाता है। यह शरीर के तापमान को कंट्रोल करने में मदद करता है। हालांकि, इस कंडीशन में डॉक्टर से पूछकर ही फू

कैसे करें इसका इस्तेमाल?
काढ़ा- फूलों और पत्तियों को पानी में उबालकर पिया जा सकता है।
पेस्ट- त्वचा पर लगाने के लिए पत्तियों और फूलों को पीसकर लगाया जाता है।
अर्क- इसके रस को शहद के साथ मिलाकर पिया जा सकता है।

इन सावधानियों का जरूर ध्यान रखें
प्रेग्नेंट महिलाओं को सदाबहार के फूल या पत्तियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
ज्यादा मात्रा में इसे खाने से उल्टी या चक्कर आ सकते हैं।
किसी भी औषधीय इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। खुद से किसी भी तरह का इलाज न करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button