डेमोक्रेटिक मेयर प्राथमिक चुनाव में जीते भारतीय मूल के ममदानी

भारतीय मूल के जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के मेयर का डेमोक्रेटिक पार्टी का प्राथमिक चुनाव जीत गए हैं। ममदानी के विरोधी और पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने हार स्वीकार कर ली है। ममदानी (33 वर्षीय) न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के भी सदस्य हैं। ममदानी को करीब 50 प्रतिशत वोट मिले हैं और कुओमो को करीब 40 प्रतिशत वोटों से ही संतोष करना पड़ा है। कुओमो ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। अब नवंबर में होने वाले मुख्य चुनाव में डेमोक्रटिक पार्टी की तरफ से ममदानी मेयर पद के उम्मीदवार होंगे।
पहले मुस्लिम और भारतीय अमेरिकी मेयर होंगे
ममदानी अगर चुने जाते हैं तो वे न्यूयॉर्क सिटी के पहले मुस्लिम और भारतीय अमेरिकी मेयर होंगे। एंड्रयू कुओमो के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप हैं, जिनका उन्हें नुकसान उठाना पड़ा। इन्हीं आरोपों के चलते चार साल पहले एंड्रयू कुओमो को गवर्नर पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं निवर्तमान मेयर एरिक एडम्स ने प्राइमरी चुनाव बतौर निर्दलीय लड़ा। पहले एरिक एडम्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उन्हें निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरना पड़ा।
मेयर पद की रेस में एंड्रयू कुओमो की दावेदारी मजबूत थी और इसकी वजह उनका अनुभव, जाना-पहचाना नाम, मजबूत राजनीतिक संपर्क और फंड इकट्ठा करने की काबिलियत थी। हालांकि डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रगतिशील नेताओं और समर्थकों ने जोहरान ममदानी पर दांव लगाया। ममदानी ने प्रचार के दौरान शहर में रहने की बढ़ती लागत को मुद्दा बनाया। साथ ही डेमोक्रेटिक पार्टी के दो वरिष्ठ प्रगतिशील नेताओं रिप्रजेंटेटिव एलेक्जेंड्रिया ओसासियो कोर्टेज और सीनेटर बर्नी सेंडर्स का भी समर्थन मिला। अब नवंबर में मुख्य मुकाबला होगा, जिसमें एंड्रयू कुओमो बतौर निर्दलीय उम्मीदवार फिर से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। न्यूयॉर्क को डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माना जाता है।
कौन हैं जोहरान ममदानी
जोहरान ममदानी भारत में पैदा हुए यूगांडा के लेखक महमूद ममदानी और भारतीय फिल्म निर्देशक मीरा नायर के बेटे हैं। जोहरान का जन्म यूगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ और जब वे सात साल के थे तो उनके माता-पिता उन्हें न्यूयॉर्क ले आए। साल 2018 में ममदानी को अमेरिकी नागरिकता मिली। ममदानी ने इसी साल सीरियाई मूल की महिला से शादी की है। राजनीति में आने से पहले ममदानी ने बतौर काउंसलर काम किया। ममदानी ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया कि वे शहर के एक प्रतिशत अमीरों पर टैक्स लगाएंगे, जो सालाना 10 लाख डॉलर से ज्यादा कमाते हैं और उस पैसे से मध्यम और निम्न वर्गीय लोगों को सस्ते घर और सस्ता रहन-सहन उपलब्ध कराएंगे। न्यूयॉर्क दुनिया के सबसे महंगे शहरों में शुमार होता है।