इंग्लैंड के खिलाफ खराब फील्डिंग से निराश हैं बल्लेबाजी कोच शितांशु कोटक

भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच शितांशु कोटक ने इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट मैच के दूसरे दिन खिलाड़ियों के औसत फील्डिंग पर निराशा व्यक्त की। कोटक ने इस बात को स्वीकार किया कि कैच छोड़ने और खराब फील्डिंग से अच्छी शुरुआत के बाद टीम को नुकसान हुआ। दूसरे दिन के खेल की समाप्ति के बाद कोटक ने कहा कि फील्डिंग के लिहाज से यह अच्छा दिन नहीं रहा, लेकिन यह भारतीय टीम के लिए नियमित रूप से चिंता का विषय नहीं रहा है।
गिल-पंत के आउट होते ही ढेर हुई टीम
भारत ने दूसरे दिन की शुरुआत अच्छी की थी और उपकप्तान ऋषभ पंत ने टेस्ट करियर का अपना सातवां शतक लगाया था। भारत का एक समय स्कोर तीन विकेट पर 430 रन था, लेकिन भारतीय टीम 500 रन का आंकड़ा नहीं छू सकी थी। गिल और शुभमन गिल के आउट होने के बाद मध्य क्रम नहीं चल सका था जिस कारण भारत की पहली पारी 471 रन पर ऑलआउट हो गई थी जिससे इंग्लैंड टीम की मैच में वापसी की उम्मीद बढ़ गई।
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बुमराह ने दिया शुरुआती झटका
इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और जसप्रीत बुमराह ने जैक क्रावले को सस्ते में आउट किया था। इसके बाद भारत ने कुछ मौके गंवाए जिससे इंग्लैंड को संभलने का मौका मिला। भारत के सबसे बेहतरीन फील्डिरों में से एक रवींद्र जडेजा ने 15 रन के स्कोर पर बेन डकेट का कैच छोड़ा था जिसका इस इंग्लिश बल्लेबाज ने बखूबी फायदा उठाया। डकेट ने ओली पोप के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 122 रन जोड़े।
कोटक ने दिन के खेल की समाप्ति के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कैच छूटना और नो-बॉल निश्चित रूप से निराशाजनक थे। आम तौर पर हम फील्डिंग में ज्यादा तेज होते हैं। लेकिन एक सहयोगी स्टाफ और टीम के तौर पर हम इसे दुर्भाग्यपूर्ण दिनों में से एक मानते हैं जो कि आम बात नहीं है। कुल मिलाकर, हमने कुछ ढीले पैच को छोड़कर अच्छी गेंदबाजी की। विकेट में कुछ खास था और हमने इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश की।
बुमराह के अलावा अन्य गेंदबाजों ने किया निराश
भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत ने इंग्लैंड को तीन झटके दिए। उन्होंने क्रावले के अलावा डकेट और जो रूट को भी आउट किया। हालांकि, भारतीय गेंदबाज कुछ खास नहीं कर सके। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा लय हासिल नहीं कर सके। दूसरी तरफ, पोप ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाया। स्टंप्स से पहले बुमराह ने हैरी ब्रूक का विकेट भी ले लिया था, लेकिन वो नो बॉल रही जिससे ब्रूक को जीवनदान मिला। हालांकि, ब्रूक अब तक खाता नहीं खोल सके हैं। भारतीय टीम तीसरे दिन अपनी कमियों में सुधार कर मजबूत वापसी करने उतरेगी और उसकी नजरें बढ़त हासिल करने पर टिकी होंगी।